मुख्य ग्रह चंद्र
मुख्य ग्रह चंद्र को अनुकूल करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें!
प्रतिदिन माता का आशीर्वाद लेना!
शिव की भक्ति! सोमवार का व्रत!
दान :सोमवार को सफेद वस्तु जैसे दही, चीनी, चावल, सफेद वस्त्र,1 जोड़ा जनेऊ, दक्षिणा के साथ दान करना!
शंख, वंशपात्र, सफेद चंदन, श्वेत पुष्प, ,बैल, दही !
मोती धारण करे !
'ॐ सोम सोमाय नमः' का 108 बार जाप करना !
बुजुर्गो का आशीर्वाद लें ,माता की सेवा करे, घर के बुजुगों ,साधु और ब्राह्मणों का आशीर्वाद लेना !
रात में सिराहने के नीचे पानी रखकर सुबह उसे पौधों में डालना !
उत्तरी पश्चिमी कोना चंद्रमा का होता है, यहां पौधे लगाए जाएं !
जल से होने वाले पेट संबंधित रोग का होना .
मातृप्रेम में कमी का होना!
खिरनी की जड़ को सफेद कपड़े में बांधकर पूर्णमाशी को सायंकाल गले में धारण करना !
देर रात्रि तक नहीं जागना चाहिए!
चन्द्रमा की रोशनी मैं सोना चाहिए!
घर में दूषित जल का संग्रह नहीं होना चाहिए!
वर्षा का पानी काँच की बोतल में भरकर रखे!
पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करना चाहिए!
सफेद सुगंधित पुष्प वाले पौधे घर में लगावे!
खिरनी की जड़ को सफेद डोरे में बांधकर पहनने से लाभ होता है!
हवन में पलाश की लकड़ी का समिधा की तरह उपयोग करना चाहिए!
’ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:’’ का पाठ करे !
माता, नानी, दादी, सास एवं इनके पद के समान वाली स्त्रियों को कष्ट नही देना चाहिए!
ऊँ सों सोमाय नमः मंत्र का जप करें!
ऊँ नमः शिवाय का जप करें!
चांदी का कड़ा या छल्ला पहनना चाहिए!
चंदन का तिलक लगाना चाहिए!
शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए !
पलंग के नीचे चांदी के बर्तन में जल रखें या चांदी के आभूषण धारण करना चाहिए !
गन्ना, सफेद गुड़, शक्कर, दूध या दूध से बने पदार्थ या सफेद रंग की मिठाई का सेवन करना चाहिए !
चमेली तथा रातरानी का परफ्यूम या इत्र का उपयोग करता चाहिए !
क्क श्रां: श्रीं: श्रौं: सः चंद्रमसे नमः का जप करें!
चांदी के गिलास में जल पिएं!
शिव जी की उपासना करें..........