ज्योतिष शास्त्र व्यवसाय एवं नौकरी का चयन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. नौ ग्रह और बारह राशियां मिलकर जातक के कैरियर या व्यवसाय का निर्धारण करती हैं तथा उनसे संबंधित कामों को दर्शाती हैं. चंद्रमा जो मन का कारक है और हमारा मन ही हमारे झुकाव तथा पसंद को अभिव्यक्त करने में एक महत्व पूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए हमारा कैरियर चंद्र राशि पर आधारित होता है. इसी प्रकार दशम भाव भी आपके काम को दर्शाता है और नौकरी अथवा व्यवसाय का चयन करने में सहायक होता है.
यदि कुण्डली में चंद्र राशि एवं दशम भाव मजबूत अवस्था में हों तथा एक दूसरे के साथ अनुकूल संबंध बनाते हों तो जातक को नौकरी अथवा व्यवसाय में अच्छी सफलता प्राप्त होती है. इसी के साथ व्यवसाय के चयन में ग्रहों की स्थिति एवं युतियों का भी महत्व होता है. कुण्डली जातक के ज्ञान एवं कौशल का भी अच्छे से निर्धारण करने में मददगार होती है.
दशम भाव में पृथ्वी तत्व राशियों का प्रभाव | 10th House ruled by Element - Earth
पृथ्वी तत्व राशियों में वृषभ, कन्या और मकर राशियां आती हैं. यह राशियाँ वैश्य वर्ण की राशियाँ होती हैं. यह प्रभावपूर्ण होती हैं, व्यक्ति अपने कार्य सोच-विचारकर योजनाबद्ध तरीके से करता है. यह अपने लाभ तथा हानि वाले कार्यों में सजग रहते है. यथार्थवादी होते हुए परिस्थितियों के अनुकूल काम करते है. कृषि विभाग, मैनेजमैंट, निर्मणकर्ता, रियल ऎस्टेट जैसे काम इनमें आते हैं.
दशम भाव में जल तत्व राशियों का प्रभाव | 10th House ruled by Element - Water
जल तत्व राशि में भावनाओं को समझने की दक्षता होती है. दशम भाव में जल तत्व राशि होने पर यह राशि जातक को संवेदना तथा भावुकता से संबंधित विषयों से आजीविका प्राप्त कराने में सहायक होती है. जातक मेहनती होता है और अपनी सफलता को बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहता है. जल तत्व राशि जल संबंधी व्यवसायों को भी दर्शाती है जैसे दुग्ध उत्पादन, पेयपदार्थों का व्यापार, समुद्र से जुडे़ काम, जल तकनीक इत्यादि कामों में व्यक्ति का लगना. कर्क, वृश्चिक और मीन राशियां जल तत्व राशियां कहलाती हैं.
दशम भाव में वायु तत्व राशि का प्रभाव | 10th House ruled by Element - Air
यदि वायु तत्व राशि दशम भाव में, होती है तब व्यक्ति कला से संबंधित कार्यों से आजीविका प्राप्त करता है. उसे ऎसे कार्यों में रुचि होती है जिनमें कल्पना भी शामिल होती है. जातक काल्पनिकता से जुडे़ कार्य करता है. अपनी बुद्धि का प्रयोग अधिक करता है. व्यक्ति को ऎसे कार्यों में अधिक सफलता मिलती है जिनमें कल्पना की आवश्यकता हो, साहित्य तथा बुद्धि परक कार्य हों दार्शनिक शास्त्र, लेखन, विचारक, वैज्ञानिक इनके अंतर्गत आते हैं. मिथुन, कुम्भ और तुला वायु तत्व के अंतर्गत आते हैं.
दशम भाव में अग्नि तत्व का प्रभाव | 10th House Ruled by Element - Fire
दशम भाव में यदि अग्नि तत्व राशि होती है जातक को यह पराक्रम. परिश्रम तथा संघर्ष से भरे कार्य कराती हैं. व्यक्ति उत्साह, उमंग, साहस, तथा वीरता से आगे बढ़ने में विश्वास करता है. वह अपने बल पर जीवन में आजीविका प्राप्त करता. अग्नि तत्व के अंतर्गत लौह उधोग, इंजिनियरिंग इत्यादि व्यवसाय आते हैं.
मेष, सिंह और धनु राशि अग्नि तत्व राशियां होती हैं. इसलिए व्यवसाय का चयन करने से पूर्व यदि दशम भाव की स्थिति उसमें स्थित राशियों की प्रबलता एवं तत्व का निरधारण करने के उपरांत ज्योतिष एवं कुण्डली विवेचन द्वारा चयन करना आसान हो जाता है.
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